Introduction (परिचय)
उत्तराखंड मे स्तिथ Kartik Swami Temple समुन्द्र तल से 3050 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी पर स्तिथ एक भव्य मंदिर है | जो की उत्तराखंड के रुद्रनाथ जिले के कनकचौरी गांव मे भगवान शिव जी के बड़े पुत्र कार्तिकेय के लिए समर्पित है | यह मंदिर ऊंची सी पहाड़ी की चोटी पर स्तिथ बहुत ही सुन्दर मंदिर है हर किसी को यहाँ जीवन मे एक न एक बार जरूर जाना चाइये |
मंदिर के चारो तरफ 800 से ज़्यादा घंटियाँ टंगी हुई है जो हवा चलने के बजती रहती है जिसकी आबाज 800 मीटर से अधिक बिल्कुल स्पष्ट सुनाई देती है | मंदिर तक जाने के लिए 380 सीढ़ियों को चढ़ना पड़ता है | कार्तिक स्वामी मंदिर पर बहुत ही शांत और स्वच्छ हवा धीरे धीरे चलती रहती है तो बहुत ही सुकून भरा एहसास देती है |
History Of Kartik Swami Temple (इतिहास)
इस मंदिर का एक पौराणिक इतिहास रहा है पुरानी कथाओ के अनुसार जब भगवान शिवजी के अपने दोनों पुत्र कार्तिकेय जी और गणेश जी की को एक चुनौती दी की तुम दोनों ने से कोई भी एक सम्पूर्ण ब्रह्मांड के 7 चक्कर पहले लगा देता तो उसकी पूजा सर्वप्रथम होगी तो यह सुनकर भगवान कार्तिकेय अपना वाहन लेकर ब्रहमांड के 7 चक्कर लगाने को निकल गए और वही गणेश जी ने आपके माता पिता शिवजी और पार्वती से सात चक्कर लगा लिए और बोले मेरे लिए तो आप ही ब्रहमांड हो तो इसी बात से खुस होकर शिवजी ने गणेश जी को सर्वप्रथम पूजा का वरदान दे दिया और यह सब देखकर भगवान् कार्तिकेय क्रोध मे आ गए और उन्होंने अपने शरीर की हड्डियों का वलिदान दे दिया | इसी पहाड़ी पर कार्तिकेय ने अपनी हड्डियों का वलिदान दिया था तो यही वह मंदिर है कार्तिक स्वामी मंदिर |
kartik swami temple trek (पैदल ट्रैक)
Kartik Swami Temple जाने के लिए आपको रुद्रप्रयाग पोखरी मार्ग पर स्तिथ कनकचौरी गाँव से 3 किलोमीटर का पैदल का ट्रैक करके जाना होता है यह बहुत ही सुन्दर हरे भरे मार्ग से होकर जाता है | यहाँ से आप हिमालय की बर्फ के ऊँचे ऊँचे शिखर देखे जा सकते है |
Best Time To Visit (जाने का उचित समय)
कार्तिक स्वामी मंदिर जाने के लिए किसी भी मौसम में जा सकते है लेकिन एक उचित समय की बात करे तो आप इधर गर्मियों में मार्च से जून का समय और सर्दियों मे सितम्बर से दिसंबर तक का समय सबसे उचित माना गया है | इन मौसम में यहाँ का नज़ारा देखने लायक होता है|
Kartik Swami Temple Location (गूगल मैप)
Rudraprayag to Kartik swami temple distance : 15-16 Km.
Rishikesh to Kartik swami temple distance : 83 Km.
Instagram reel of Kartik swami temple (इंस्टाग्राम रील्स)
Tips For Visiter (यात्रा के सुझाव)
kartik swami mandir एक धार्मिक स्थल है इसलिए यहाँ आने के लिए आपको कुछ बातो का विशेष ध्यान रखना चाइये |
- मंदिर एक पवित्र स्थल है इसलिए वहां पर गन्दगी नहीं फैलानी है |
- वहाँ का मौसम हर पल बदलता रहता है और मौसम ठंडा रहता है तो आप अपने साथ थोड़े गर्म कपडे लेकर जरूर जाये |
- मंदिर परिसर एक पवित्र स्थल है इसलिए यहाँ कोई आपत्तिजनक कपड़े पहन के न जाये |
- अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखे क्योकि ट्रेक करते समय पानी की काफी जरुरत पड़ती है |
Nearby Attrection (आस पास के आकर्षण)
Tungnath Mandir (तुंगनाथ मंदिर) :
तुंगनाथ मंदिर पांच केदारो में से एक सबसे ऊँचा केदार है | जो उत्तराखडं के Kartik Swami Temple से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है यह एक धार्मिक स्थल है यहाँ से 1.5 किमी का ट्रैक और करने पर आप चंद्रशिला तक जा सकते हो |
Chopta (चोपता) :
चोपता को भारत का बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन माना जाता है यहाँ पर पर्यटक कैंपिंग और ट्रेकिंग का लुप्त भी उठा सकते है जिसको उत्तराखंड का “मिनी स्विट्ज़रलैंड“ भी कहा जाता है को Kartik swami temple से 16.5 किमी की दूरी पर स्तिथ है |
Doeria taal (देवरिया ताल) :
देवरिया ताल के प्राकृतिक रुप से बना और उत्तराखंड का सबसे खूबसूरत ताल में से एक है | यह शांत माहौल और घने जंगल के बीच में स्तिथ पर्यटकों को खूब पसंद आता है कार्तिक स्वामी मंदिर से देवरिया ताल की दूरी 15 किलोमीटर है |
How To Reach Kartik Swami Temple (कैसे जाये)
यदि आप धार्मिक स्थलों को घूमना पसंद करते है तो आप को कार्तिक स्वामी मंदिर अवश्य जाना चाइये क्योकि यहाँ की सुंदरता देखने लायक है यहाँ जाने के लिए आपके पास तीन माध्यम है सड़क, ट्रेन, वायुयान किसी की भी सहायता से आप यहाँ पहुंच सकते है |
By Road (सड़क द्वारा) : यदि कार्तिक स्वामी मंदिर सड़क के माध्यम से आसानी से जुड़ा हुआ है आपको यहाँ आने के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश से बस की सुविधा मिल जायगी
By Train (रेलगाड़ी द्वारा) : यदि आप रेल के जरिया यहाँ आना चाहते है तो आपको ऋषिकेश रेलवे स्टेशन आना होगा वहां से आप कोई बस या टेक्सी गाड़ी से कार्तिक स्वामी मंदिर तक पहुंच सकते है ऋषिकेश से दूरी 200 किमी है |
By Air (वायुयान द्वारा) : यदि आप फ्लाइट के जरिया यहाँ आना चाहते है तो आपको सबसे नज़दीक जॉली ग्राण्ड हवाई अड्डा देहरादून तक आना होगा वहां से रुद्रप्रयाग के लिए बस या टेक्सी मिल जायगी फिर आप पहुंच सकते है कार्तिक स्वामी मंदिर परिसर मे |
Conclusion (निष्कर्ष)
कार्तिक स्वामी मंदिर एक धार्मिक और प्राकृतिक रुप से अत्यंत महत्वपूर्ण है | यह एक शांत माहौल प्रदान करता है जहाँ शोर सरावे से दूर कुछ समय व्यतीत कर सकते है जो एक अलग ही अनुभव प्रदान करता है | हर किसी को लाइफ में एक बार कार्तिक स्वामी मंदिर अवश्य जाना चाइये |
Important Question (महत्वपूर्ण प्रश्न)
प्रश्न – उत्तराखंड में कार्तिक स्वामी मंदिर कैसे पहुंचे?
उत्तर – उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग से 40 किमी की दूरी पर बसा है कनकचौरी गांव से 3 किमी का पैदल ट्रैक करके जाना होता है |
प्रश्न – कार्तिकेय की पूजा कैसे करें?
उत्तर – फूल, धूप और ताज़े फल चढ़ाये |
प्रश्न – क्या मंदिर तक वाहन से पहुंचा जा सकता है?
उत्तर – मंदिर तक पहुंचने के लिए कनकचौरी गांव तक वाहन से आ सकते है बाद के 3 किमी आपको पैदल ट्रैक करके जाना होगा |
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नमस्ते! मेरा नाम दीपक मौर्य है। मुझे घूमने-फिरने का बहुत शौक है और मैं अपने यात्रा के अनुभवों को साझा करना बहुत पसंद करता हूँ। मैं यात्रा ब्लॉग "Yatra Nature" का लेखक और संस्थापक हूँ। इस ब्लॉग के माध्यम से मैं अपने विभिन्न यात्राओं के दौरान देखी गई सुंदर जगहों, अनुभवों और यादों को आप सभी के साथ साझा करता हूँ। मैं प्रकृति प्रेमी हूँ और खासतौर पर पहाड़ों और झरनों की ओर आकर्षित होता हूँ। मेरे ब्लॉग में आपको भारत और दुनिया भर की अद्भुत जगहों के बारे में विस्तृत लेख और खूबसूरत तस्वीरें मिलेंगी।
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