Guna cave (Devil's kitchen) : एक डरावनी गुफा
Introduction of Guna cave (परिचय)
Guna cave तमिलनाडु के Kodaikanal में स्तिथ बहुत प्राचीन गुफा है पहले इसको “डेविल्स किचन” के नाम से जाना जाता था | लकिन 1991 में तमिल के अभिनेता कमल हसन ने “गुना” नामक फिल्म बनाई थी यह फिल्म इतनी ज्यादा हिट हुई की इस गुफा को गुना गुफा के नाम से जानने लगे |
पहले के लोग इसको शैतान की रसाई यानि devil’s kitchen के नाम से जानते थे क्योकि यह गुफा 900 फिट या उससे ज़्यादा गहरा एक गड्डा है और इस गुफा में सूर्य का प्रकाश भी नहीं जाता और अँधेरा रहता है और यहाँ पर चमगादड़ की पूरी प्रजाति रहती है इसलिए यह बहुत ही डरावनी प्रतीत होती है
Table of Guna cave
Guna cave kodaikanal (गुना गुफा कोडाईकनाल)
गुना गुफा तमिलनाडु की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है जिसको डेविल्स किचन भी बोलै जाता है | यह गुफा कोडाईकनाल हिल स्टेशन के थोड़ी सी दूर पर स्तिथ है कोडाइकनाल ने घूमने की बहुत सारी जगह है जिनमे से devils kitchen बहुत ही प्रसिद्ध जगह है यह पिलर रॉक्स के पास में यह गुफा पर्यटकों को बहुत पसंद आती है इसमें कई सारे घटना होने के कारण इस जगह को बंद कर दिया है लकिन आप दूर से यह गुफा देख सकते है और वहाँ की बड़ी बड़ी पेड़ो की जगह पर्यटकों को खूब लुभाती है
Guna cave incident (गुना गुफा में हाद्से)
गुना केव मे अबतक अनेको हादसे हुए है यह गुफा काम व्यास वाला एक गड्डा है इसलिए अधिकांश लोगो की इधर नज़र नहीं पहुँचती है और इसमें गिर जाते है सुना है 2000 ने दशक से अब तक 16 लोग इस गुफा में गिरकर मर चुके है और उनकी मृत शरीर भी नहीं मिला है क्योकि यह गुफा बहुत गहरी है जिसका अंदाज़ा कोई नहीं लगा पाया है क्युकी 150 फिट के बाद नीचे जाने के बाद ऑक्सीजन का लेवल काम हो जाता है और किसी की भी मृत्यु हो सकती है |
Guna cave incident 2006 (2006 का हादसा)
2006 ने एक बहुत ही बड़ी घटना इस devil’s kitchen में घटी थी केरल के मेझुमकुन्नाथ एक जगह के कुछ दोस्तों का पूरा समूह कोडाईकनाल घूमने के लिए आये थे उन्होंने वहाँ बहुत सारी जगह घूमे और बाद ने गुना केव घूमने के लिए गए थे | जिसमे से सुभाष (Subhash) नाम का एक व्यक्ति इस गड्ढे में गिर गया था | उसके बाद सबने मिलकर बहुत कोशिश की लकिन असमर्थ रहे बाद में पुलिस और वहाँ के स्थानीय लोगो की मदद से कुट्टन नाम से एक दोस्त ने गुफा के अंदर जा कर उसको निकला था सुभाष एक मात्र इंसान था जो इस गुफा से ज़िंदा बापस निकला था |
Subhash guna cave (सुभाष)
हाल ही 2024 में आयी फिल्म “Majummel Boys“ में पूरी तरह से फिल्माया गया है की कैसे सारे दोस्तों का एक समूह kodaikanal घूमने के लिए जाते है और उनमे से subhash नाम का एक लड़का उस Guna cave में गिर जाता है और उनको ज़िंदा निकला जाता है सुभाष गुफा के अंदर बहुत ज़ख़्मी हालात में होता है क्योकि जब वह गिरता है तो उसको चटटनो से टकराने के कारण बहुत चोट जाती है और एक पत्थर पर जाकर रुक जाता है फिर उसको निकला जाता है सुभाष गुना गुफा में गिरने के बाद ज़िंदा आने वाला पहला इंसान है |
Subhash guna cave real photo (सुभाष की फोटो)

Best Time To Visit devils kitchen (घूमने का सबसे अच्छा समय)
यदि आप कोडाईकनाल जाने का मन बना लिया है तो आप Guna cave किसी भी मौसम में जा सकते है लकिन सबसे अच्छा समय सितम्बर के बाद का है नवंबर और दिसंबर में यहाँ घूमने के लिए आ सकते हो क्योकि सितम्बर से पहले मानसून का मौसम होता और कोडाइकनाल में बारिश भी अधिक होती है तो यहाँ बारिश के कारण फिसलन बढ़ जाती है और रास्ते बहुत रिस्की हो जाते है | इसलिए सबसे अच्छा मानसून के बाद का होता है |
Activity (गतिविधियाँ)
गुना केव घूमने जा रहे हो तो आप वहां बहुत सारी एक्टिविटी भी कर सकते हो जैसे –
Trekking (ट्रेकिंग) – यदि आपको ट्रैक करना पसंद है तो आपको यहाँ पर थोड़ा ट्रैक करके जाना होता है और ट्रैक के रास्तो में आपको ऊंचे ऊंचे पेड़ देखने को मिलेंगे और आस पास का नज़ारा बहुत ही मन को भाने वाला होता है |
Picnic (पिकनिक) – यदि आप अपने दोस्तों और परिवार से साथ कहीपिकनिक के लिए जाना चाहते है तो यह जगह आपके लिए बिलकुल परफेक्ट है यहाँ पर बहुत खली जगह है जहाँ पर आप अपना खाना बना सकते हो कैंप भी लगा सकते हो और शांति पूर्ण वातावरण का आनंद ले सकते हो |
Photography (फोटोग्राफी) – यदि आप फोटो खींचने का शौक रखते है तो आपको यह जगह बिलकुल पसंद आएगी क्युकी यहाँ पर चारो तरह हरा भरा वातावरण जो फोटोग्राफी के लिए उचित है यहाँ पर पेड़ो में से बड़ी बड़ी जड़े निकली हुई है जिसका फोटो आप खींच सकते है |
Nearby Attrection of Guna cave (आस पास के आकर्षण)
- कोडईकनाल: तमिलनाडु का सबसे पॉपुलर हिल स्टेशन कोडाईकनाल guna cave के पास में ही स्तिथ है आप ब्रायंट पार्क में घूम सकते हो और कोडईकनाल झील के नौकायन (बोटिंग) का भी मजा ले सकते हो |
- पिलर रॉक्स: यह जगह गुना केव के बिलकुल पास में ही है यहाँ पर 2 बड़ी सी चट्टान परस्पर आपस में खड़ी हुई है जो पर्यटकों को खूब पसंद आती है जिसका फोटो भी खींच सकते हो |
- ग्रीन वैली व्यू – इसको सुसाइड पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है यहाँ से पुरे पहाड़ो और मैदानों का नज़ारा बहुत ही सुन्दर दिखाई देता है |
Tips for visiter (यात्रा के लिए सावधानियाँ)
यहाँ आने से पहले आपको कुछ जानकारी होना जरुरी है –
- आप ट्रेकिंग के हिसाब से आरामदायक कपडे और जूते पहले जैसे शॉट्स इत्यादि |
- आप अपने साथ थोड़ा बहुत आवश्यक चीजे रखे जैसे स्नैक्स , पानी की बोतल , या थोड़ा बहुत खाना पैक करके ला सकते हो |
- मानसून से मौसम में आ रहे हो तो अकेले न आओ कुछ ग्रुप के साथ आओ क्योकि बारिश के कारण रास्ता बहुत रिस्की हो जाता है |
- पर्यावरण के नियमो का पालन करे और कही भी कूड़ा कचरा न फैलाए | प्रकृति का सम्मान करे |
- आने से पहले एक आप मौसम से बारे में गूगल पर सर्च करके देश ले और अगले 2 दिन के मौसम की जांच कर ले |
Hotel , Homestay and Resort (कहाँ रुके)
यहाँ गुना केव (devils kitchen) से आपको 12 किमी दूर kodaikanal शहर में बहुत सारे होटल , होमस्टे और रिसोर्ट जगह जगह मिल जायेंगे क्योकि यह एक पर्यटन स्थल है और यहाँ पर बहुत पर्यटक घूमने के लिए आते है आपको अपने बजट से हिसाब से आपको कमरे मिल जायेंगे |
How To Reach Guna cave (गुना केव घूमने कैसे जाये)
यदि आप तमिलनाडु के guna cave घूमने के लिए आ रहे हो तो यहाँ आने के आपके पास 3 माध्यम है आप इन तीनो माध्यम में से किसी एक माध्यम से यहाँ आ सकते हो |
By Road (सड़क द्वारा) – यदि आप बस से guna cave देखने आ रहे हो तो सड़क का माध्यम सबसे सरल और सस्ता माध्यम है और गुना केव सड़क के माध्यम से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है कोयम्बटूर और मदुरै से आपको आसानी से बस और टेक्सी की सुविधा मिल जायगी आप किसी भी तरीके से यहाँ पहुंच सकते है |
By Air (वायुयान द्वारा):- यदि आप आप फ्लाइट के जरिया आया आना चाहते है तो आपको किसी बड़े शहर से कोयम्बटूर हवाई अड्डा पर आना होगा फिर वहां से आपको आसानी से बस या टेक्सी मिल जायगी हवाई अड्डा से गुफा की दुरी 100 किमी है |
By Train (रेलगाड़ी के द्वारा) – यदि आप रेल के जरिया आना चाहते हो आपको कोयम्बटूर रेलवे स्टेशन से कोडाईकनाल रेलवे स्टेशन आना होगा वहाँ से आसानी से टेक्सी या स्कूटी किराया पर लेकर जा शक्तये हो |
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नमस्ते! मेरा नाम दीपक मौर्य है। मुझे घूमने-फिरने का बहुत शौक है और मैं अपने यात्रा के अनुभवों को साझा करना बहुत पसंद करता हूँ। मैं यात्रा ब्लॉग "Yatra Nature" का लेखक और संस्थापक हूँ। इस ब्लॉग के माध्यम से मैं अपने विभिन्न यात्राओं के दौरान देखी गई सुंदर जगहों, अनुभवों और यादों को आप सभी के साथ साझा करता हूँ। मैं प्रकृति प्रेमी हूँ और खासतौर पर पहाड़ों और झरनों की ओर आकर्षित होता हूँ। मेरे ब्लॉग में आपको भारत और दुनिया भर की अद्भुत जगहों के बारे में विस्तृत लेख और खूबसूरत तस्वीरें मिलेंगी।
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